November 22, 2025 12:39 am

Author - भाषा सिंह

1971 में दिल्ली में जन्मी, शिक्षा लखनऊ में प्राप्त की। 1996 से पत्रकारिता में सक्रिय हैं।
'अमर उजाला', 'नवभारत टाइम्स', 'आउटलुक', 'नई दुनिया', 'नेशनल हेराल्ड', 'न्यूज़क्लिक' जैसे
प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य कर चुकी हैं। मैला ढोने जैसी अमानवीय प्रथा पर गहन काम किया है।
दलितों, अल्पसंख्यकों, लैंगिक मुद्दों और अन्य हाशिए के समुदायों पर लेखन के लिए जानी जाती हैं।
2005 में प्रभा दत्त संस्कृति फ़ेलोशिप से सम्मानित हुईं। 2007 में रामनाथ गोयनका पुरस्कार
(प्रिंट, हिंदी) से वर्ष की सर्वश्रेष्ठ पत्रकार के रूप में सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्हें
एनएफ़आई फ़ेलोशिप, पैनोस फ़ेलोशिप और परी फ़ेलोशिप भी प्राप्त हुई हैं।
दो पुस्तकों की लेखिका हैं – अनसीन (अदृश्य भारत) और शाहीन बाग: लोकतंत्र की नई करवट

मोदी जी के लिए बिहार में कैसे बन रहा विकास का फर्जी हेलिपैड

आरा से बेबाक भाषा की ग्राउंड रिपोर्ट — पीएम मोदी की रैली से पहले बनी चमचमाती सड़कों के पीछे छिपी बिहार के ‘डुप्लिकेट विकास’ की सच्चाई। जनता क्या कह रही है, पढ़िए ज़मीनी...

बिहार का युवा क्यों इतना नाराज हैं भाजपा-जदयू के नेताओं से!

बिहार के युवा अब सीधे सवाल उठा रहे हैं — भ्रष्टाचार, परिवारवाद, बेरोज़गारी और नशे पर नाराज़गी। हमारी ग्राउंड रिपोर्ट में पढ़िए नौजवान क्या माँग रहे हैं और इस बार चुनाव...

बिहार चुनाव में मोदी जी बैकफुट पर, क्या BJP के हाल हुए टाइट!

बिहार चुनाव 2025 में प्रधानमंत्री मोदी पहली बार डिफेंसिव दिखे। तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के “नौकरी-उद्योग” एजेंडा ने बीजेपी की पिच बदल दी। बेबाक विश्लेषण पढ़ें — बिहार...

राहुल ने बिहार में कहा ‘वोट के लिए ‘वे’ नाच भी करेंगे’

बिहार चुनाव में राहुल गांधी के तीखे बयानों और व्यंग्य से मचा राजनीतिक घमासान। छठ पूजा, मोदी-ट्रम्प, और तेजस्वी की साझेदारी पर “रोजनामा” का विश्लेषण।

कर्ज की मार, भ्रष्टाचार से नाराज़ हैं महिलाएं, क्या विपक्ष को मिलेगा इसका फायदा!

बिहार चुनाव 2025 की जमीनी कहानी — कर्ज के जाल, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से जूझती महिलाएं अब बदलाव की मांग पर एकजुट हैं। शबनम हाश्मी के संयुक्त महिला अभियान की रिपोर्ट।

तेजस्वी का ‘प्रण’ बनाम मोदी की ‘रील’

बिहार चुनाव 2025 में तेजस्वी यादव ने ‘तेजस्वी प्रण’ के ज़रिए बिहारी बनाम बाहरी का कार्ड खेला है। क्या यह बिहार की अस्मिता और रोजगार की नई राजनीति बनेगा या मोदी की ‘रील...

छठी मइया और चुनावी डुबकी

छठ के बहाने दिल्ली और बिहार दोनों जगह सियासत गरम है। मोदी की यमुना डुबकी, नीतीश-चिराग की तस्वीरें और आस्था पर चलता चुनावी ड्रामा — पढ़िए बेबाक भाषा का व्यंग्यात्मक...

नीतीश पर निर्भरता, सम्राट चौधरी का डैमेज कंट्रोल और नकली घाट का खेल

बिहार चुनाव 2025 में बीजेपी बैकफुट पर है। नीतीश कुमार को हटाने की बजाय बीजेपी अब उन्हीं पर निर्भर दिख रही है। अमित शाह के बयान से उठे सवाल, सम्राट चौधरी का ‘हनुमान’ बयान...

रील का खेल और बिहार की रीयल पॉलिटिक्स

भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने बिहार चुनाव में मोदी-शाह की ‘रील पॉलिटिक्स’ और नीतीश कुमार को किनारे करने की रणनीति का खुलासा किया। जानिए कैसे अडानी फैक्टर...

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