बैंगलोर कॉन्क्लेव में मोहन भागवत ने ‘सब हिंदू हैं’ और ‘हिंदू सभ्यता’ का दावा दोहराया। इस भाषण के राजनीतिक अर्थ, विरोधाभास और आरएसएस एजेंडा का विस्तृत विश्लेषण।
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केरल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर आनंदू अजी की आत्महत्या ने आरएसएस के भीतर यौन शोषण और नैतिकता के पाखंड को उजागर कर दिया है। यह लेख दिखाता है कि कैसे कट्टर नैतिकता अपराध को...
आरएसएस के 100 साल पर विशेष विश्लेषण—संगठन की उत्पत्ति, हिंदुत्व परियोजना, समाज पर असर और लोकतंत्र की चुनौतियों पर गहन पड़ताल।
बेबाक भाषा के ख़ास कार्यक्रम Decoding RSS में प्रसिद्ध लेखक और मानवाधिकार कार्यकर्ता राम पुनियानी बता रहे हैं कि RSS की स्थापना कब, क्यों और किस मक़सद से हुई और वह किस...
12 सितंबर को संघ प्रमुख के जन्मदिन के मौके पर मोदी द्वारा मोहन भागवत की तारीफ़ और धर्मगुरुओं के साथ आरएसएस के बढ़ते संबंध — राजनीतिक व सामाजिक मायने विस्तार से।
आरएसएस की बैठक में डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने भारत की अर्थव्यवस्था, असमानता, बेरोजगारी और आत्महत्या पर गंभीर सवाल उठाए। क्या आरएसएस अपने एजेंडे में इन मुद्दों को शामिल...
मोहन भागवत के विज्ञान भवन लेक्चर में सतही उदारता और असली हिंदू राष्ट्र एजेंडा साफ दिखा। संविधान की अनुपस्थिति, मनुस्मृति पर गोलमोल बातें और मुसलमान-ईसाई को ‘हिंदू’ बताने...
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा हिंदू राष्ट्र खतरे में है। तीन बच्चे पैदा करो और काशी–मथुरा आंदोलन चलाओ। क्या यह असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की रणनीति है?
आरएसएस की विचारधारा शुरू से ही सार्वभौमिक मताधिकार के खिलाफ रही है। बिहार में चुनाव आयोग की SIR प्रक्रिया से 2 करोड़ वोटरों के अधिकार खतरे में हैं। क्या लोकतंत्र पर नया...
फ़तेहपुर दरगाह विध्वंस केवल भीड़ की करतूत नहीं, बल्कि आरएसएस की तैयार की हुई रणनीति का नतीजा है। जानिए कैसे आरएसएस युवाओं को भड़काता है और फिर घटनाओं पर चुप्पी साध लेता...
