डॉ. सुमित्रा महरोल की आत्मकथा “टूटे पंखों से परवाज़” और उनका साहित्यिक सफर—पोलियो से विकलांगता झेलते हुए भी शिक्षा, लेखन और समाज के लिए प्रेरणा बनना।
Dalit lives
ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के सफाईकर्मी 20 साल की सेवा के बाद निजी कंपनी रामकी कॉरपोरेशन के ठेके पर भेज दिए गए। वेतन घटा, स्थायी नौकरी का सपना टूटा। जानिए पूरी रिपोर्ट।
जानिए दलित लेखक संघ के अध्यक्ष, मूर्तिकार और कवि हीरालाल राजस्थानी की प्रेरक यात्रा — कला, साहित्य, संगठन और सामाजिक संघर्ष की कहानी।
TCS के दलित इंजीनियर काविन की तमिलनाडु में प्रेम संबंध के चलते जातीय हत्या। जानिए इस "आनवकोलाई" के पीछे की पितृसत्ता और जातीय अहंकार की पूरी कहानी।
जानिए दिल्ली यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सीमा माथुर का संघर्षमयी सफर, अंबेडकरवाद से उनका जुड़ाव, दलित जीवन व साहित्य पर उनके विचार और उनकी कविताएं।
बेबाक भाषा की विशेष बातचीत में दलित चित्रकार प्रभुदयाल पेंटर ने बताया कैसे संघर्ष के बीच उन्होंने कला और समाज सेवा दोनों को जिंदा रखा।
पूरी दुनिया में अगर कहीं सबसे ज्यादा तकलीफदेह और नियमित रूप से अनदेखी की जाने वाली त्रासदी है, तो वह है—भारत में दलितों पर होने वाली हिंसा। हम जिन घटनाओं को अख़बार की...
बेबाक भाषा के दो टूक कार्यक्रम में पत्रकार भाषा सिंह ने कहा कि दिल्ली में रेखा गुप्ता की भाजपा सरकार सफाई कर्मचारियो को गटर में उतार रही, उधर मध्य प्रदेश में घर को...