ममता बनर्जी पर FIR की मांग करके भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने गरमाया माहौल
बिहार की राजनीति में गूंजे “वोट चोर गद्दी छोड़” के नारे अब पश्चिम बंगाल की विधान सभा में सुनाई देने लगे हैं। ममता बनर्जी ने विशेष सत्र बुलाकर सीधे-सीधे भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लिया। विधान सभा में “मोदी चोर” और “बीजेपी चोर” के नारों के साथ जो हंगामा हुआ, उसने साफ कर दिया कि अब बंगाल की राजनीति भी वोट चोरी और अस्मिता के मुद्दे पर केंद्रित होने जा रही है।
ममता बनर्जी का रौद्र रूप
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधान सभा के विशेष सत्र में खुलकर भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बंगालियों को घुसपैठिया कहकर प्रताड़ित किया जा रहा है और यह सीधे-सीधे बंगाल की अस्मिता और भाषा पर हमला है।
- ममता ने कहा कि “मोदी चोर है”, यानी यह लड़ाई सिर्फ बीजेपी से नहीं बल्कि उसकी सोच से है।
- उन्होंने बीजेपी को औपनिवेशिक मानसिकता वाली पार्टी बताया, जो बंगाल को गुलाम बनाना चाहती है।
क्यों बुलाया गया था विशेष सत्र?
- भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला बोलने वालों को घुसपैठिया कहे जाने के खिलाफ ममता ने विधान सभा का यह विशेष सत्र बुलाया।
- उनका मकसद था बंगालियों को एकजुट करना और 2026 के विधान सभा चुनाव से पहले एक बड़ा राजनीतिक संदेश देना।
- ममता ने साफ कहा कि यह लड़ाई बंगाल की भाषा, अस्मिता और सम्मान को बचाने की है।
आंकड़ों की लड़ाई
- पश्चिम बंगाल विधान सभा की कुल 294 सीटें हैं।
- तृणमूल कांग्रेस के पास फिलहाल 225 सीटें हैं।
- भाजपा के पास सिर्फ 65 सीटें हैं।
- लेकिन खेल वोट बैंक का है। भाजपा चाहती है कि अगर टीएमसी के वोट बैंक का 4% भी टूटे तो चुनावी समीकरण बदल सकता है।
भाजपा का पलटवार
ममता बनर्जी के इस रौद्र रूप के बाद भाजपा नेताओं ने भी पलटवार किया।
- शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज होना चाहिए, जैसे राहुल गांधी के खिलाफ हुआ था।
- भाजपा का आरोप है कि ममता ने पूरे “मोदी समाज” को चोर कहकर अपमानित किया है।
- विधान सभा में भाजपा विधायकों को घसीटकर बाहर निकाला गया, जिसकी तस्वीरें मीडिया में वायरल हुईं।
2026 का चुनावी संग्राम
इस पूरे घटनाक्रम ने साफ कर दिया है कि पश्चिम बंगाल का आगामी चुनाव अब “वोट चोरी” और “बंगाल की अस्मिता” के मुद्दे पर लड़ा जाएगा।
- बिहार में जिस नारे ने माहौल बनाया, वही नारा अब बंगाल की राजनीति की धुरी बनने जा रहा है।
- ममता बनर्जी ने बता दिया है कि वह इस बार चुनावी नैरेटिव को पूरी तरह बदलने के मूड में हैं।
निष्कर्ष
बिहार के बाद अब पश्चिम बंगाल में “वोट चोरी” बनाम “बंगाल अस्मिता” की जंग तेज हो चुकी है। ममता बनर्जी ने भाजपा पर बड़ा हमला बोलकर चुनावी माहौल गरमा दिया है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस नैरेटिव को कैसे तोड़ने की कोशिश करती है और ममता बनर्जी इसे किस हद तक चुनावी मास्टरस्ट्रोक में बदल पाती हैं।