जहां झुग्गी वहां बुल्डोजर, और सीएम आवास में रंगमहल – रेखा गुप्ता का दोहरा चेहरा
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इन दिनों अपने फैसलों और खर्चों को लेकर चर्चा में हैं।
एक तरफ दिल्ली की सड़कों पर 40,000 से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं, उनकी झुग्गियां बुल्डोजर से तोड़ी जा रही हैं।
दूसरी तरफ सीएम रेखा गुप्ता अपने नए रंगमहल की सजावट में करोड़ों खर्च कर रही हैं।
💰 क्या है रंगमहल की कहानी?
- दो बंगले मिला कर सीएम आवास तैयार
- 24 एसी, 5 टीवी, 23 रिमोट कंट्रोल पंखे
- 115 हैंगिंग लैम्प, जगमग करती लाइटें
- महंगा माइक्रोवेव, फ्रिज, डिश वॉशर, वॉशिंग मशीन – सब कुछ हाई एंड
- पहला रेनोवेशन फेज ही ₹60 लाख का
🤔 जनता पूछ रही है – क्या यही बदलाव था?
रेखा गुप्ता, जो कभी ‘शीशमहल’ पॉलिटिक्स में अरविंद केजरीवाल को घेरती थीं,
अब खुद रंगमहल बनाने में व्यस्त हैं।
विपक्ष ने इसे ‘गरीबों पर बुल्डोजर, खुद पर खजाना’ करार दिया है।
🗣️ दिल्ली की जनता की आवाज
सीता देवी, जिनकी झुग्गी तोड़ी गई, कहती हैं:
“हमारा घर तोड़ दिया, कहा जाएँगे बच्चा लेकर?
रेखा गुप्ता से पूछो, क्या हमारे लिए कोई जगह है?”
⚠️ क्या है राजनीतिक संदेश?
रेखा गुप्ता सरकार ने दिल्ली में जहां झुग्गी वहां पक्का मकान के वादे के उलट,
‘जहां झुग्गी वहां बुल्डोजर’ का रास्ता अपनाया।
CM बनने के तुरंत बाद उन्होंने गरीब बस्तियों पर कार्रवाई शुरू की,
लेकिन अपने लिए ‘राजसी आवास’ में कोई कसर नहीं छोड़ी।
🔥 विपक्ष का हमला
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा:
“रेखा गुप्ता गरीबों की आह से रंगमहल सजा रही हैं।
बुल्डोजर चलाने वालों को गरीबों की पीड़ा नहीं दिखती।”
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👉 क्या यह है ‘नया बदलाव’?
CM रेखा गुप्ता के रंगमहल और बुल्डोजर पॉलिटिक्स पर आपकी राय?
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