‘हैपी बर्थडे टू यू मोदी जी’ से लेकर कॉरपोरेट रिटर्न गिफ्ट तक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन इस साल केवल एक व्यक्तिगत उत्सव नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर का एक भक्ति उत्सव बन गया। हर जगह—स्कूलों के बच्चों से लेकर बड़े कॉर्पोरेट घरानों तक—“हैपी बर्थडे टू यू मोदी जी” और “थैंक यू मोदी जी” का नारा गूंज रहा है।
मीडिया और कॉर्पोरेट की होड़
देश का सबसे बड़ा अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने बाकायदा स्पेशल कॉलम खोला, जहां पाठक प्रधानमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं विज्ञापन के ज़रिए भेज सकते थे। अमूल, मदर डेयरी, फिक्की जैसी कंपनियों ने भी विज्ञापन निकालकर प्रधानमंत्री का गुणगान किया।
याद रहे कि आठ साल पहले जिस जीएसटी को विपक्ष ने “गब्बर सिंह टैक्स” कहा था, उसी पर छूट मिलने के बाद “थैंक यू मोदी जी” का ट्रेंड कंपनियों में शुरू हुआ।
सेवा पखवाड़ा बनाम गांधी का स्वच्छता पखवाड़ा
अब तक महात्मा गांधी के जन्मदिन पर मनाया जाने वाला स्वच्छता पखवाड़ा इस बार मोदी जी के जन्मदिन के मौके पर सेवा पखवाड़ा में बदल गया है। स्कूलों के बच्चों और उनके अभिभावकों तक को प्रधानमंत्री को विश करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
कॉर्पोरेट मित्रों के लिए रिटर्न गिफ्ट
मोदी जी का जन्मदिन केवल केक और शुभकामनाओं तक सीमित नहीं रहा। उनके दो प्रमुख मित्रों—गौतम अडानी और मुकेश अंबानी—को विशेष “रिटर्न गिफ्ट” मिला।
- अडानी समूह को बिहार में 1,050 एकड़ ज़मीन मात्र 1 रुपये वार्षिक लीज़ पर 33 साल के लिए दी गई है, जहां पावर प्लांट बनेगा।
- मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी के ‘वंतारा प्रोजेक्ट’ से जुड़ी विवादित ज़मीन पर कानूनी प्रक्रिया को बेहद सहज तरीके से क्लियर कर दिया गया।
नेताओं और मंत्रियों में स्तुतिगान की होड़
भाजपा नेताओं और मंत्रियों में प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर स्तुति गान करने की होड़ लगी रही। दिल्ली की नेता रेखा गुप्ता ने तो यहां तक घोषणा कर दी कि इस साल दुर्गा पूजा पंडाल में देवी दुर्गा की मूर्ति के साथ-साथ प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर भी लगाई जाएगी, ताकि भक्त उनके दीर्घायु होने की कामना कर सकें।
राजशाही का असर?
लोग तुलना कर रहे हैं कि यह माहौल उत्तर कोरिया जैसा है, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि यह सब मोदी जी की राजशाही शैली का असर है। जहां मीडिया, कॉर्पोरेट, नेता और आम लोग, सभी उन्हें “राजा” की तरह पूजने में लगे हुए हैं।