October 6, 2025 6:29 pm
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विपक्ष ने फिर पूछा मोदी जी देश को कब बताएंगे ऑपरेशन सिंदूर का पूरा सच!

इंडोनेशिया में डिफेंस अटैची के बयान से Operation Sindoor पर सवाल गहरे! कितना नुकसान, कितने विमान गिरे? मोदी सरकार कब खोलेगी सच?

Operation Sindoor पर बड़ा सवाल: कब पता चलेगा कितना नुकसान हुआ?

भारत के 140 करोड़ लोगों को आखिर कब पता चलेगा कि ऑपरेशन सिंदूर में क्या हुआ?
यह सवाल अब और भी बड़ा हो गया है क्योंकि हाल ही में इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास के डिफेंस अटैची कैप्टन शिवकुमार के बयान ने नया बवाल खड़ा कर दिया है।

🔍 क्या कहा डिफेंस अटैची ने?

इंडोनेशिया में विदेशी पत्रकारों से बात करते हुए कैप्टन शिवकुमार ने साफ कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती दिनों में राजनीतिक दखल की वजह से वायुसेना को नुकसान उठाना पड़ा
उनके मुताबिक राजनीतिक नेतृत्व की तरफ से आदेशों में देरी हुई, इसी वजह से भारतीय फाइटर जेट्स को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा।

याद करिए जनरल अनिल चौहान और जयशंकर का बयान

  • जनरल अनिल चौहान (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) पहले ही कह चुके हैं कि ऑपरेशन के शुरुआती चरण में हमें नुकसान हुआ, हमने विमान खोए।
  • विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी कहा था कि पाकिस्तान को इस ऑपरेशन की जानकारी दी गई थी।
  • वहीं पीएम मोदी ने रैलियों में दावा किया कि सेना को पूरी छूट दी गई थी।

अब सवाल यह है कि तीनों में से कौन सही बोल रहा है?

🗨️ क्या ट्रंप ने कराया था सीज़फायर?

यही नहीं, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दावा भी अब तक स्पष्ट नहीं हुआ कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच सीज़फायर कराया था।
मोदी सरकार ने कभी भी संसद में या सार्वजनिक तौर पर इस पर ठोस जवाब नहीं दिया।

कितना नुकसान, कितनी सफलता?

  • कितने फाइटर जेट्स गिरे?
  • ऑपरेशन सिंदूर में पाक को कितना नुकसान पहुंचा?
  • क्या सचमुच सेना को फ्री हैंड मिला था या राजनीतिक दखल था?

इन सभी सवालों पर सरकार चुप है।

🗳️ संसद का विशेष सत्र कब?

विपक्ष लगातार मांग कर रहा है कि पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर पर संसद का विशेष सत्र बुलाएं और सबकुछ साफ-साफ बताया जाए।

निचोड़

जवाब जरूरी है!
प्रधानमंत्री बार-बार कहते हैं कि जनता उनका परिवार है – तो परिवार को सच्चाई क्यों नहीं पता?

सवाल वहीं है – Operation Sindoor पर दावे और बयान एक-दूसरे से उलझ क्यों रहे हैं?

भाषा सिंह

1971 में दिल्ली में जन्मी, शिक्षा लखनऊ में प्राप्त की। 1996 से पत्रकारिता में सक्रिय हैं।
'अमर उजाला', 'नवभारत टाइम्स', 'आउटलुक', 'नई दुनिया', 'नेशनल हेराल्ड', 'न्यूज़क्लिक' जैसे
प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों

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